मेटा ने कहा कि जो किशोर उपयोगकर्ता इंस्टाग्राम या फेसबुक पर साइन अप करते समय अपनी सही उम्र दर्ज करते हैं, उनके खातों को प्लेटफॉर्म के उम्र के लिहाज से संवेदनशील, हानिकारक और अनुपयुक्त सामग्री से दूर रखने का प्रयास किया जाता है।
सोशल मीडिया कंपनियों के समूह मेटा ने बताया कि इसके दो अहम सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम और फेसबुक के फीड में आत्महत्या, खुद को नुकसान पहुंचाने और खाने के विकारों से जुड़े पोस्ट किशोरों से छिपाए जाएंगे। मेटा की घोषणा तब आई है, जब कंपनी को दर्जनों अमेरिकी राज्यों में इस तरह के मुकदमों का सामना करना पड़ रहा है।
इनमें इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आरोप है कि वह इन मंचों से युवाओं को नुकसान पहुंचा रही है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य संकट खड़ा हो रहा है। आलोचकों का कहना है कि मेटा ने यह चाल चली है, लेकिन इसका खास फायदा नहीं होगा। बच्चों के ऑनलाइन वकालत समूह फेयरप्ले के कार्यकारी निदेशक जोश गोलिन कहते हैं कि मेटा की तरफ से की गई घोषणा कानूनों से बचने का एक और हताशा भरा प्रयास है। जबकि कई माता-पिता इस मंच पर जहरीली सामग्री के चलते अपने बच्चे खो चुके हैं।
जो किशोर उपयोगकर्ता इंस्टाग्राम या फेसबुक पर साइन अप करते समय अपनी सही उम्र दर्ज करते हैं, उनके खातों को प्लेटफॉर्म के उम्र के लिहाज से संवेदनशील, हानिकारक और अनुपयुक्त सामग्री से दूर रखने का प्रयास किया जाता है। मेटा ने ब्लॉग में कहा कि समाज के लिहाज से यह अहम बात है कि ऐसे मुद्दों पर बात की जाए, लेकिन यह एक जटिल विषय है। लिहाजा, जरूरी नहीं कि यह सभी युवाओं के लिए उपयुक्त हो। ऐसे में इंस्टाग्राम और फेसबुक पर किशोरों से इस प्रकार की सामग्री को दूर रखने का प्रयास किया जाएगा।