'भारत सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में साउथ कोरिया के साथ करना चाहता है विस्तार' : जयशंकर

Date: 2024-03-06
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जयशंकर दक्षिण कोरिया और जापान की अपनी चार दिवसीय यात्रा के पहले चरण में सोल में हैं। उन्होंने बुधवार को 10वीं भारत-दक्षिण कोरिया संयुक्त आयोग बैठक में भाग लिया।

विदेश मंत्री एस जयशंकर सियोल पहुंचे हुए हैं। बुधवार को वह दक्षिण कोरिया और भारत के बीच 10वीं संयुक्त आयोग की बैठक में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत दक्षिण कोरिया के साथ महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, सेमीकंडक्टर और हरित हाइड्रोजन जैसे नए क्षेत्रों में अपनी रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करना चाहता है ताकि द्विपक्षीय संबंधों को और समकालीन बनाया जा सके।

जयशंकर ने अपने समकक्ष चो ताइ युल के साथ 10वीं भारत-दक्षिण कोरिया संयुक्त आयोग बैठक (जेसीएम) की सह अध्यक्षता करने के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2015 में दक्षिण कोरिया यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को विशेष रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया। बता दें, जयशंकर दक्षिण कोरिया और जापान की अपनी चार दिवसीय यात्रा के पहले चरण में सोल में हैं।

मंत्री ने कहा, 'यह महत्वपूर्ण है कि हम उस पर खरा उतरें। हम बीते वर्षों में मजबूती से आगे बढ़े हैं। हम एक दूसरे के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण भागीदार बन गए हैं। हमारे द्विपक्षीय आदान-प्रदान, व्यापार, निवेश, रक्षा और विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग सभी ने सहयोग के पारंपरिक क्षेत्रों में गति बनाए रखते हुए एक स्थिर विकास देखा है।

उन्होंने कहा, 'हम अपने संबंधों को और अधिक समकालीन बनाने के लिए महत्वपूर्ण 
और उभरती प्रौद्योगिकियों, सेमीकंडक्टर, हरित हाइड्रोजन, मानव संसाधन गतिशीलता, परमाणु सहयोग, आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन आदि जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार करने में बहुत अधिक रुचि रखते हैं।' उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के विचारों में अंतरराष्ट्रीय मंच पर समानता बढ़ रही है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर ध्यान देना अच्छी बात है और इसमें स्थिरता, सुरक्षा और समृद्धि दोनों की हिस्सेदारी है।

जयशंकर ने कहा, 'मैंने बहुत उम्मीदों के साथ संयुक्त आयोग से संपर्क किया था। मैं जानता हूं कि हमारे बीच काफी अच्छे रिश्ते हैं। हमारी चुनौती इसे व्यावहारिक परिणामों में बदलना है।' उन्होंने कहा, 'हमारे नेताओं ने पिछले साल हिरोशिमा और नई दिल्ली में दो बार मुलाकात की। मुझे लगता है कि उनकी चर्चा ने हमें आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन दिया है।

बैठक के दौरान जयशंकर ने चो को दिसंबर में विदेश मंत्री नियुक्त होने पर बधाई भी दी। उन्होंने कहा, 'मैं आपके सफल कार्यकाल के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

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