खेकड़ा
जैन संत आचार्य सुबलसागर जी महाराज ने रविवार को त्रिलोकतीर्थ परिसर में प्रवेश किया। उनके स्वागत में धर्म क्षेत्र बडागांव जयकारों से गूंज उठा। प्रवचन में मुनि महाराज ने सभी को अपने कर्तव्यों के पालन का आह्वान किया।
बड़ागांव में रविवार सुबह उत्सव का माहौल रहा। जैन समाज के बडे संत आचार्य सुबलसागर जी महाराज संघ के पांच मुनिराज और तीन क्षुल्लक महाराज के साथ चंडीगढ़ से पद विहार करते हुए रविवार प्रातः त्रिलोकतीर्थ धाम पहुंचे। उनके स्वागत के लिए पूरे धर्म क्षेत्र में जयकारे गूंजने लगे।
धर्मसभा में महावीर वंदना के पश्चात् आचार्य श्री ने उपदेश देते हुए कहा कि प्रत्येक मनुष्य अपने कर्तव्यों को पालन करे, तो मनुष्य के परिवार, समाज और देश की उन्नति स्वयमेव हो जाएगी। कहा कि, जीवन में जो दायित्व मिला है, उसका हम भली प्रकार से पालन करें।
जो जन्मदाता है और जो आपसे जन्में है, उनके प्रति अपने कर्तव्यों को समझें। निर्वहन में कोताही ना बरतें। यही जीवन का सार है।धर्मसभा में त्रिलोक चंद जैन, इन्द्रेश जैन, महेंद्र जैन, अभिमन्यु जैन, मोनू, प्रदीप आदि शामिल रहे।