पिंजौर
महिला कांग्रेस हरियाणा प्रदेश महासचिव पवन कुमारी शर्मा ने बीजेपी सरकार पर पिंजौर- कालका क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 10 वर्षों से वर्तमान बीजेपी की सरकार के कार्यकाल में पिंजौर- कालका शहरो को आने जाने वाली सभी सड़कों का बुरा हाल है जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीजेपी सरकार द्वारा विकास के मामले में लगातार कालका विधानसभा क्षेत्र से भेदभाव किया जा रहा है।
पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि विशेष कर पिंजौर से बद्दी जाने वाली नेशनल हाईवे का इतना बुरा हाल है कि इसमें बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं जिस पर वाहनों के साथ तो दूर की बात है पैदल चलना भी कठिन है। कांग्रेस नेत्री पवन कुमारी ने कहा कि मॉडल टाउन से लेकर गांव धमाला तक तो लगता नहीं है कि सड़क पर चल रहे हैं या किसी नदी पर इसी वजह से यहां पर हमेशा ट्रैफिक जाम लगा रहता है।
मॉडल टाउन के रेलवे फाटक पर पिछले 5 वर्षों से रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है जिस धीमी गति से ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है अनुमान है कि केवल 1 किलोमीटर के इस ब्रिज को बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी एनएच विभाग को कम से कम 1 वर्ष का और समय लगेगा।
बड़े-बड़े गड्ढों और कच्ची सड़क की वजह से यहां पर हमेशा धूल मिट्टी उड़ती रहती है आसपास के दुकानदारों और मॉडल टाउन, लोहगढ़, मानकपुर, धमाला आदि कॉलोनी वासियों का धूल मिट्टी के कारण बहुत बुरा हाल है।
इतना ही नहीं पिंजौर मल्लाह मोड़ से लेकर कालका काली माता मंदिर तक पुराने नेशनल हाईवे की गत वर्ष ही लगभग 17 करोड़ की लागत से फ्री कारपेटिंग की गई थी लेकिन कुछ महीनो में ही सड़क फिर से वही अपनी पुरानी टूटी-फूटी स्थिति में पहुंच चुकी है। इतना ही नहीं वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी जब मुख्यमंत्री का रथ कालका से चला था उस समय भी यही टूटी-फूटी सड़क मुख्यमंत्री के रथ की तस्वीरों के साथ अखबारों में छपी थी जो बीजेपी सरकार के लिए फजीहत का कारण बनी थी।
पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि इतना ही नहीं बड़ी धूमधाम से पिंजौर से लेकर गांव नंदपुर केदारपुर और मल्लाह तक सड़क की कारपेटिंग की गई थी जो सड़क बनते ही जगह-जगह से उखड़ गई थी। लोगों ने बहुत शिकायतें भी की आंदोलन किया लेकिन सरकार ने इस पर कोई कार्यवाही ही नहीं की। पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि खुद कालका के विधायक प्रदीप चौधरी ने कई बार विधानसभा में सरकार के समक्ष सड़कों का मुद्दा उठाया अधिकारियों को और खुद मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन दिए बावजूद इसके कोई कार्यवाही नहीं हुई।
पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि पिंजौर- बद्दी रोड से गांव कीरतपुर के समीप से निकलने वाली चरणीया पपलोहा सड़क का भी इतना बुरा हाल है कि इसमें बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं हमेशा धूल मिट्टी उड़ती रहती है।
पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में जितनी बुरी हालत सड़कों की है उतनी बुरी हालत पहले कभी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सूरजपुर- पिंजौर- सुखोमाजरी बाईपास का निर्माण कार्य भी विगत 7 वर्षों से कछुआ चाल से चल रहा है। पिंजौर कालका का रेलवे फाटक को खत्म करने के लिए बनाए जा रहे आरयूबी का निर्माण कार्य भी कई वर्षों बाद भी अधूरा पड़ा है।
पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि सड़कों पुलों के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री खुद मुख्यमंत्री तीन बार पिंजौर आए लेकिन सभी निर्माण कार्य ज्यों की त्यों कछुआ चाल से ही किए जा रहे है। बीजेपी सरकार को इसका खामियाजा आगामी चुनाव में अवश्य भुगतना पड़ेगा। लोग बीजेपी सरकार से दुखी हैं आने वाले चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनना लगभग तय है।