राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहीं तमिलिसाई सुंदरराजन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। अब उनकी जगह झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को तेलंगाना के गवर्नर और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी रिलीज के मुताबिक, राधाकृष्णन तेलंगाना-पुडुचेरी में नियमित नियुक्तियां होने तक प्रभार संभालेंगे।
तमिलिसाई ने राज्यपाल और उपराज्यपाल पद से इस्तीफे के बाद कहा था कि उनके ऊपर ऐसा करने का कोई दबाव नहीं था। अब वह जनसेवा करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में उन्होंने अपने कार्यकाल का आनंद लिया है।
इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि उनका अगला कदम क्या होगा और क्या वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी? इस पर उन्होंने कहा कि वह अपनी योजनाओं के बारे में बाद में बताएंगी। तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने कहा कि अभी उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। एक बार इस्तीफा स्वीकार हो जाने दीजिए फिर मैं अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बताउंगी।
तमिलिसाई ने यह भी कहा कि उन्होंने संवैधानिक पदों से इस्तीफा देने के फैसले के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सूचित कर दिया है। वे जानते हैं मैं क्या चाहती हूं।
तमिलिसाई सुंदरराजन इस बार भाजपा के टिक्ट पर तमिलनाडु से चुनाव लड़ सकती हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा उन्हें डीएमके नेता कनिमोझी के खिलाफ भी उतार सकती है। 2019 के चुनाव में सुंदरराजन ने चुनाव लड़ा था। हालांकि, उन्हें कनिमोझी के खिलाफ ही हार का सामना करना पड़ा। वहीं, 2009 में वे चेन्नई उत्तर सीट से प्रत्याशी रही थीं। हालांकि, यहां उन्हें डीएमके के टीकेएस एलंगोवन से हार का सामना करना पड़ा।