बड़ौत
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सीएचसी पर मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया ,जिसमें रोगियों की जांच कर उपचार किया गया। शिविर में मनोरोगियों के उपचार के लिए विशेषज्ञ मनोचिकित्सक व काउंसलर मौजूद रहे।
शिविर का शुभारंभ मनोचिकित्सक डा अजय कुमार व सीएचसी अधीक्षक डा विजय कुमार ने किया। शिविर में मानसिक रोग से संबंधित विभिन्न लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया गया, जिसमें मुख्य रूप से नींद का न आना या देर से आना, चिंता, घबराहट, तनाव आदि रहना, काम में मन न लगना, आत्महत्या जैसे विचार आना, अत्यधिक साफ सफाई, लड़ाई झगड़ा, गाली गलोज करना आदि बताया गया।
इस दौरान मनोचिकित्सकों ने बच्चों में एग्जाम के प्रेशर से उत्पन्न तनाव पर विस्तार से चर्चा करते हुए सलाह दी। कहा कि, मानसिक अस्वस्थता के कोई भी लक्षण होने पर मनोचिकित्सक से सलाह लें। डा अजय कुमार ने बताया कि, लोगों को मानसिक रोग को समय पर पहचानकर उपचार कराना चाहिए। भूत प्रेत के चक्कर मे न पड़ें, समय से इलाज कराए।
उन्होंने डिप्रेशन,चिन्ता, ओसीडी, नशा, मोबाइल एडिक्शन, दिव्यंगता आदि पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए उपचार किया। मनोरोग कार्यकर्ता हरीश, रवि कुमार ने जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ की सुविधाओं से अवगत कराया।वहीं टेली मानस टोल फ्री हेल्पलाइन नं -14416, 1800-891-4416 जारी करते हुए उपलब्ध सेवाओं के बारे में जनमानस को जागरूक किया।
शिविर में 81 मरीजों को उचित परामर्श और दवा वितरण किया गया। इस दौरान काउंसलर सविता छिकारा, फिजियोथैरेपिस्ट स्वाति बंसल व सीएचसी कर्मी भी मौजूद रहे।