बडौत
कांग्रेस और सपा में गठबंधन के चलते बागपत लोकसभा सीट किसके हिस्से में जाएगी, इसपर दिल्ली और लखनऊ की भागदौड़ कर लौटे दोनों दलों के नेतागण इस सीट पर अपना दावा पेश करते हुए हाईकमान को अपने बायोडाटा तक दे आए हैं।
सपा जिलाध्यक्ष रवींद्र देव के अनुसार 22 फरवरी के बाद बैठक आयोजित कर बागपत लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनने के इच्छुक नेताओं से बायोडाटा लेकर बाद में स्क्रीनिंग कमैटी द्वारा तैयार रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजी जाएगी।
दूसरी ओर एक सपा नेता ने बताया कि, संभव है यह सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी जाए, लेकिन दमदार और जिताऊ प्रत्याशी बनाने के लिए सपा कोई नाम भी सुझा सकती है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार दोनों दलों के लिए सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहुर अखिलेश यादव और राहुल गाँधी की वार्ता के बाद ही होगी, जो 20 फरवरी के बाद कभी भी संभव है।
कांग्रेस के बडौत शहर अध्यक्ष राकेश शर्मा का मानना है कि, युद्ध के दौरान मान्यताएं बदलने का दौर महाभारत काल से चल रहा है, लेकिन जनता ने उन्हीं वीरों को विजेता बनाया है, जो कम संसाधनों के रहते हुए भी अन्याय का विरोध करते हुए मैदान में डटे रहे। वर्तमान लोकसभा चुनाव में भी यह दृष्टांत फिर एकबार दोहराया जाने वाला है।