महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण के इस्तीफे से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। ऐसी चर्चाएं हैं कि महाराष्ट्र कांग्रेस के कई अन्य बड़े नेता भी पार्टी छोड़ सकते हैं। इन नेताओं में संजय निरुपम के नाम की भी चर्चा है, लेकिन अब खुद संजय निरुपम ने साफ कर दिया है कि बेबुनियाद और झूठी अफवाह है।
मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी के बाद कांग्रेस से इस्तीफा देने वालों में अशोक चव्हाण नया नाम हैं। हालांकि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने एक बयान में दावा किया है कि कई और नेता कांग्रेस छोड़ने के लिए तैयार बैठे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी दावा किया है कि पुणे के एक बड़े नेता भी कांग्रेस छोड़कर अन्य पार्टियों में अपने लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं। मीडिया में ऐसी खबरें चल रहीं थी कि संजय निरुपम भी जल्द कांग्रेस से इस्तीफा दे सकते हैं।
अशोक चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने पर संजय निरुपम ने कहा कि 'वे पार्टी के लिए पूंजी थी, लेकिन वे महाराष्ट्र में पार्टी नेताओं के काम करने के तरीके से खुश नहीं थे। निरुपम ने बताया कि 'कुछ नेता उन्हें चव्हाणबोझ मानते थे। कुछ लोग ईडी को उनके इस्तीफे की वजह बता रहे हैं, लेकिन ये अभी ये सब कहना जल्दबाजी है।मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना की सदस्यता ली है। वहीं बाबा सिद्दीकी ने अजित पवार की एनसीपी का दामन थामा है। अशोक चव्हाण ने अभी तक ये खुलासा नहीं किया है कि वे किस पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वडेत्तिवार ने बताया 'आज महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथाला ने मुंबई में पार्टी नेताओं की एक बैठक बुलाई है। यह बैठक अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद बुलायी गई है। पार्टी में कुछ बदलाव हुए हैं। मैं कांग्रेस के साथ हूं और कांग्रेस के साथ ही रहूंगा। मैंने कांग्रेस के टिकट पर चार विधानसभा चुनाव जीते हैं। मंत्री बना हूं और दो बार नेता विपक्ष बना हूं। मैं पार्टी से इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं कर सकता हूं। मैं कांग्रेस के प्रति समर्पित हूं और अंत तक कांग्रेस में ही रहूंगा।