अबु धाबी पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया

Date: 2024-02-13
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबु धाबी पहुंच गए हैं। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने गले मिलकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। साथ ही पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

वह 14 फरवरी को वह अबु धाबी के बीएपीएस हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे, लेकिन उससे पहले आज यानी की 13 फरवरी को वह अबु धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करने वाले हैं। उनके इस कार्यक्रम का नाम अहलान मोदी नमस्कार मोदी रखा गया है। बता दें कि पीएम मोदी का 2015 से यूएई का यह सातवां दौरा है। वहीं पिछले आठ महीनों में यह उनका यूएई का तीसरा दौरा होगा।

अबु धाबी में आज हिंदू प्रवासियों को संबोधित करने से पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा किया। उन्होंने कहा, 'हमें अपने प्रवासी भारतीयों और दुनिया के साथ भारत के जुड़ाव को गहरा करने के उनके प्रयासों पर बहुत गर्व है। आज शाम, मैं अहलान मोदी कार्यक्रम में यूएई के भारतीय प्रवासियों से मिलने के लिए उत्सुक हूं। इस यादगार क्षण में अवश्य शामिल हों।' बता दें कि 14 फरवरी को उद्घाटन से पहले बीएपीएस हिंदू मंदिर की एक झलक सोशल मीडिया पर पस्तुत की गई है।

पीएम मोदी के दौरे से पहले आई रिपोर्ट के मुताबिक आयोजक खराब मौसम के कारण थोड़े परेशान हैं, लेकिन प्रधानमंत्री की अगवानी को लेकर इनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। आयोजकों ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात में खराब मौसम के बावजूद यहां रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। 2,500 से अधिक लोगों ने भारी बारिश के बावजूद फुल ग्राउंड रिहर्सल की। आयोजन में सहयोग करने वाले वॉलेंटियर्स ने ब्रीफिंग में भी भाग लिया। 2,500 से अधिक लोगों ने भारी बारिश के बावजूद फुल ग्राउंड रिहर्सल की।आयोजन में सहयोग करने वाले वॉलेंटियर्स ने ब्रीफिंग में भी भाग लिया।

संयुक्त अरब अमीरात में लगभग 3.5 मिलियन लोग प्रवासी भारतीय समुदाय के हैं। सबसे बड़ा समुदाय होने के साथ-साथ भारतीय पूरे देश की आबादी में लगभग 35 प्रतिशत हैं। पीएम मोदी के आगमन के बाद अबु धाबी के स्टेडिम में कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में 700 से अधिक सांस्कृतिक कलाकार परफॉर्म करेंगे। भारतीय कलाओं की विविधता का जीवंत चित्रण होगा। दोनों देशों की समावेशी संस्कृति की झलक भी देखी जा सकेगी।

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