सातवें हिंद महासागर सम्मेलन के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंचे विदेश मंत्री जयशंकर ने शनिवार को पर्थ के सैलानी एवेन्यू का दौरा किया। उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ऑस्ट्रेलिया के पर्थ की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। शनिवार को उन्होंने यहां सैलानी एवेन्यू का दौरा किया और भारतीय समुदाय के नेताओं और जाने-माने लोगों से मुलाकात की। सैलानी एवेन्यू सड़क का नाम भारतीय मूल के सैनिक नैन सिंह सैलानी के नाम पर रखा गया है।
जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "पर्थ में सैलानी एवेन्यू का दौरा किया। इस स्थान का नाम ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के सैनिक नैन सिंह सैलानी के नाम पर रखा गया है। हमारे कुछ दिग्गजों और भारतीय समुदाय के नेताओं से मिलकर खुशी हुई।
सैलानी 1885 में 22 साल की उम्र में भारत से ऑस्ट्रेलिया आए थे। शुरुआत में वह पर्थ से करीब 400 किलोमीटर उत्तर में गेराल्डन शहर में रहते थे। यहां वह एक मजदूर के रूप में काम करते रहे। यहां फरवरी 1916 में पहले विश्व युद्ध के दौरान वह पर्थ में ऑस्ट्रेलियाई इंपीरियल फोर्स की 44वीं इन्फ्रैंट्री बटालियन में शामिल हुए थे। बेल्जियम अभियान के दौरान उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।
विदेश मंत्री जयशंकर ने अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग से मुलाकात की। जयशंकर ने एक्स पर लिखा, मेरी मित्र विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ सातवें हिंद महासागर सम्मेलन के दूसरे दिन सुबह की चर्चा में शामिल हुआ। हमने भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों, हिंद महासागर और हिंद-प्रशांत के अपने साझा हितों पर चर्चा की।
जयशंकर दो दिवसीय सातवें हिंद महासागर सम्मेलन के लिए ऑस्ट्रेलियाई शहर पर्थ में हैं। यह सम्मेलन हिंद महासागर क्षेत्र के सभी देशों के लिए सुरक्षा और विकास के लिए एक प्रमुख परामर्शी मंच है। इसे भारतीय विदेश मंत्री के इंडिया फाउंडेशन के जरिए हर साल आयोजित किया जाता है। इस सम्मेलन में 22 से ज्यादा देशों के मंत्रियों और 16 देशों और छह संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल शामिल हो रहे हैं। यह सम्मेलन महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए प्रतिष्ठित नेताओं और प्रतिनिधियों को एक साथ लाता है।