मीडिया से बातचीत के दौरान एड्रिएन वाटसन ने कहा कि 'अमेरिका, हिंद-प्रशांत महासागर इलाके में पहले कभी भी इतना मजबूत नहीं रहा है। बीते दो साल में हमने हिंद प्रशांत महासागर इलाके को मुक्त, कनेक्टिड, समृद्ध, सुरक्षित और आत्मनिर्भर रखने में ऐतिहासिक प्रगति की है।
हिंद प्रशांत महासागर रणनीति की वजह से अमेरिका और हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र ज्यादा सुरक्षित, समृद्ध हुआ है। अमेरिका ने ये भी कहा कि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध भी अभूतपूर्व तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिका की हिंद-प्रशांत महासागर रणनीति को लागू हुए दो साल पूरे हो गए हैं। रणनीति लागू होने की दूसरी वर्षगांठ पर व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वाटसन ने मीडिया से बात की।
मीडिया से बातचीत के दौरान एड्रिएन वाटसन ने कहा कि 'अमेरिका, हिंद-प्रशांत महासागर इलाके में पहले कभी भी इतना मजबूत नहीं रहा है। बीते दो साल में हमने हिंद प्रशांत महासागर इलाके को मुक्त, कनेक्टिड, समृद्ध, सुरक्षित और आत्मनिर्भर रखने में ऐतिहासिक प्रगति की है। राष्ट्रपति बाइडन के नेतृत्व को इसके लिए धन्यवाद।' वाटसन ने कहा 'हमने जापान, कोरिया गणतंत्र, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस, थाईलैंड के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया है। साथ ही हमने वियतनाम और इंडोनेशिया के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों में भी सुधार किया है। आसियान देशों के साथ भी साझेदारी को मजबूत किया जा रहा है। भारत के साथ अभूतपूर्व तरीके से संबंधों को विस्तार दिया जा रहा है। प्रशांत महासागर के देशों के साथ दो ऐतिहासिक सम्मेलन आयोजित किए गए हैं।
साथ ही क्वाड के तहत ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान के साथ भी हिंद प्रशांत महासागर की सुरक्षा को पुख्ता किया गया है। ए़ड्रिएन वाटसन ने कहा हम AUKUS की मदद से यूरोप और हिंद प्रशांत क्षेत्र के बीच संबंधों को मजबूत कर रहे हैं।
अपनी हिंद प्रशांत महासागर रणनीति के तहत अमेरिका हिंद प्रशांत महासागर इलाके के विभिन्न देशों के तहत सुरक्षा सहयोग बढ़ा रहा है। विभिन्न देशों को सैन्य तौर पर मजबूत किया जा रहा है। साथ ही क्वाड के तहत अमेरिका ने भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ रणनीतिक साझेदारी भी बनायी है। इस पूरी कवायद को चीन को काउंटर करने और हिंद प्रशांत महासागर को मुक्त और समृद्ध रखने के तौर पर देखा जा रहा है। क्वाड के बाद अब अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ भी एक सैन्य गठबंधन बनाने की तैयारी कर रहा है। इसी तरह का एक गठबंधन अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच बन रहा है।