ट्रम्प का दावा है कि उन्होंने कैरोल के बारे में कभी नहीं सुना था। उन्होंने बताया कि कैरोल ने झूठी कहानी बनाई थी। उनके वकीलों ने कहा कि कैरोल प्रसिद्धि की भूखी थी और अपनी दुश्मनी होने के चलते खिलाफ बोलने के कारण वह समर्थकों का ध्यान आकर्षित करती थी।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। लेखिका ई. जीन कैरोल से दुष्कर्म एवं मानहानि मामले में उनको अब 83.3 मिलियन डॉलर का हर्जाना चुकानाा होगा। दरअसल, ट्रंप ने गुरुवार को न्यूयार्क की संघीय अदालत में गवाही दी, लेकिन वह बयान दर्ज कराने के दौरान नाराज हो गए और कोर्ट रूम से बाहर चले गए। उनका आरोप था कि लेखिका के यौन शोषण के आरोपों का खंडन करने का केवल तीन मिनट मौका दिया गया। हालांकि, शुक्रवार को उनकी इस मामले में अंतिम सुनवाई होनी थी।
उन्होंने कैरोल के बारे में कभी नहीं सुना था। उन्होंने बताया कि कैरोल ने झूठी कहानी बनाई थी। उनके वकीलों ने कहा कि कैरोल प्रसिद्धि की भूखी थी और अपनी दुश्मनी होने के चलते खिलाफ बोलने के कारण वह समर्थकों का ध्यान आकर्षित करती थी।
ट्रम्प उस फैसले के खिलाफ अपील कर रहे हैं, जिसमें एक अन्य जूरी ने पिछले मई में ट्रम्प को अक्तूबर 2022 के इसी तरह के इनकार पर कैरोल को 5 मिलियन डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया था। इसमें पाया गया था कि उन्होंने कैरोल को बदनाम किया था और उसका यौन शोषण किया था।
मौजूदा मुकदमे में, कैरोल ने कम से कम 10 मिलियन डॉलर और मांगे थे और कहा था कि ट्रम्प ने सच बोलने वाले एक सम्मानित पत्रकार के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को "बर्बाद" कर दिया है।उन्होंने कहा कि ट्रम्प ने अगर कोई कदम नहीं उठाया तो उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी और क्षतिपूर्ति भी करनी होगी।