खरगे ने आरोप लगाया कि अरुणाचल प्रदेश से जब कांग्रेस की यात्रा वापस असम के सोनितपुर जिले में आई तब, वहां के स्थानीय सुपरिटेंडेंट, जो कि सीएम सरमा के भाई भी हैं, ने भाजपा कार्यकर्ताओं के कांग्रेस की यात्रा पर हुए हमले को किसी दर्शक की तरह देखा।
असम में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हुई झड़पों को लेकर कांग्रेस ने राज्य की मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की सरकार पर जुबानी हमले जारी रखे हैं। इसे लेकर अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है। खरगे ने शाह से राहुल गांधी की सुरक्षा के बार-बार खतरे में पड़ने की बात कही है। उन्होंने इसे लेकर असम पुलिस पर भी आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी चिट्ठी में कहा कि मणिपुर से मुंबई के लिए 14 जनवरी को शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा के असम पहुंचने के बाद कुछ ऐसे मौके आए जब असम पुलिस जेड प्लस सिक्योरिटी पाए हुए राहुल गांधी की सुरक्षा में आना चाह रही थी। खरगे ने आरोप लगाया कि अरुणाचल प्रदेश से जब कांग्रेस की यात्रा वापस असम के सोनितपुर जिले में आई तब, वहां के स्थानीय सुपरिटेंडेंट, जो कि सीएम सरमा के भाई भी हैं, ने भाजपा कार्यकर्ताओं के कांग्रेस की यात्रा पर हुए हमले को किसी दर्शक की तरह देखा।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के साथ पार्टी के महासचिव जयराम रमेश के साथ झड़प की और उनकी कार पर भी हमला कर दिया। इन लोगों ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के खिलाफ नारेबाजी की और वाहनों पर लगे यात्रा के पोस्टर तक फाड़ दिए।
22 जनवरी को नगांव जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के बेड़े को रोक लिया, जिससे उनकी सुरक्षा के लिए एक बेहद खतरनाक स्थिति पैदा हो गई थी। इन सब चौंकाने वाली घटनाओं के बीच जब-जब भाजपा कार्यकर्ता राहुल गांधी के करीब आए, तब-तब असम पुलिस दर्शक बनी खड़ी रही, जिससे कुछ शरारती तत्व लगातार राहुल के सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश करते रहे।
खरगे ने अमित शाह से मांग की कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें और यह सुनिश्चित करें कि यात्रा तैयारी के तहत आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि मामले में केंद्रीय गृह मंत्री का दखल जरूरी है, ताकि यात्रा के साथ ऐसी कोई अनहोनी न हो जाए, जिससे राहुल गांधी या भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल कोई कांग्रेस कार्यकर्ता चोटिल हो।